मंत्रिमंडल के विस्तार के साथ ही कैबिनेट में शामिल सभी 31 मंत्रियों के बीच विभागों का भी बंटवारा मंगलवार को ही कर दिया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सलाह पर मुहर लगाते हुए राज्यपाल फागू चौहान ने मंगलवार की शाम मंत्रियों के बीच विभागों का आवंटन कर दिया। बुधवार को अधिकतर मंत्रियों ने अपने- अपने विभाग को संभाल लिया।
शाहनवाज हुसैन (उद्योग विभाग)
जिस भरोसे के साथ केन्द्रीय नेतृत्व ने बिहार भेजा है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में उसपर खड़ा उतरने की कोशिश होगी। जिम्मेदारी को भरपूर निभाऊंगा। बिहार कैसे आगे बढ़े, कैसे उद्योग-धंधे के क्षेत्र में प्रगति हो, कैसे लोगों को रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़े और अधिकाधिक लोगों को यहीं काम मिले, ये मेरी प्राथमिकताएं होंगी।
नारायण प्रसाद (पर्यटन विभाग)
पहले तो नेतृत्व के प्रति आभार जताता हूं। मैं गांव-गरीब और अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने की दिशा में काम करूंगा। हमारी पार्टी की भी यही प्राथमिकता है। केन्द्रीय नेतृत्व ने जो निर्देश दिया है, उसके मुताबिक बिहार के विकास में योगदान दूंगा।
जमा खान (अल्पसंख्यक कल्याण विभाग)
मैं बसपा छोड़कर जदयू में इसलिए आया ताकि अपने निर्वाचन क्षेत्र का विकास कर सकूं। जनता से किया वादा पूरा करूं। खुशी है अब क्षेत्र के साथ पूरे राज्य के लिए काम का मौका मिला है। नौजवान हूं, खूब दौड़ूंगा और मेहनत करूंगा। उन्होंने अपने ऊपर किसी प्राथमिकी होने से इनकार किया। कहा, ये विरोधियों की साजिश है।
मदन सहनी (समाज कल्याण विभाग)
तीसरी बार दायित्व मिला है। जो विभाग मिला है उसके कार्यकलापों में और बेहतरी के लिए सकारात्मक बदलाव लाएंगे। मुख्यमंत्री जी के सहयोगी के रूप में तत्परता से काम करेंगे। सरकार के कामकाज के साथ ही अपने दल जदयू की मजबूती के लिए भी लगातार काम करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
लेसी सिंह (खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग)
हमलोग 1996 से अपने नेता नीतीश कुमार के साथ काम कर रहे हैं। समता पार्टी से लेकर जदयू तक साथ हैं। मुझे खुशी है कि हमारे नेता ने मुझ जैसी गांव और मध्यवर्ग की बेटी को दूसरी बार यह मौका दिया है। महिलाओं के सशक्तीकरण, युवाओं को रोजगार देने की दिशा में योगदान करूंगी। नीतीश कुमार के सपनों का बिहार बनाना हमारी प्राथमिकता है।