सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि लालू यादव को जमानत मिलना या रद्द होना एक न्यायिक प्रक्रिया है। इससे बिहार की राजनीति और न्याय के साथ विकास की प्रशासनिक संस्कृति पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
आपको बता दें कि ट्वीट कर भाजपा सांसद ने कहा कि फिलहाल, राज्य सरकार का पूरा ध्यान कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से निपटने पर है। बिहार में अब तक 2 करोड़ 49 लाख से ज्यादा नमूनों की जांच हो चुकी है। जो तीन लाख लोग संक्रमित पाए गए, उनमें से 2 लाख 75 हजार से ज्यादा स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में रिकवरी रेट 89.79 फीसदी है।
गौरतलब है कि एक अन्य ट्वीट में कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार ने 15 मई तक सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने और नाइट कर्फ्यू लागू करने जैसे जो भी कदम उठाये हैं, उनका सबको पालन करना चाहिए। सरकार ने पूर्ण लाकडाउन से परहेज किया है, ताकि गरीबों की रोजी-रोटी पर आफत न आए।