बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान को तेज करने का सुझाव बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने दिया है। उन्होंने जरूरत के मुताबिक आपूर्ति में आ रही समस्या को देखते हुए राज्य सरकार को विदेशी वैक्सीन का विकल्प खुला रखने की सलाह दी है।
उन्होंने कहा है कि पहली मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के कोरोना टीकाकरण की जरूरतों को देखते हुए राज्य सरकार को केवल भारत में निर्मित वैक्सीन पर निर्भर नहीं रहते हुए अन्य देशों की वैक्सीन समय पर मंगवाने के लिए ग्लोबल टेंडर का विकल्प खुला रखना चाहिए। भाजपा नेता ने कहा कि केंद्र सरकार ने रूस में बनी स्पुतनिक सहित पांच विदेशी वैक्सीन के आयात की अनुमति देकर टीके की कमी दूर करने का रास्ता पहले ही साफ कर दिया है।
मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के पहले दौर में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के 100 से ज्यादा देशों को हाइड्रोक्लोरोफिन और कोरोना टीका देकर मदद की थी, तब कांग्रेस, राजद सहित कई दल घरेलू जरूरतों की उपेक्षा का आरोप लगा रहे थे मगर भारत की यही उदारता आज संकटमोचक बन रही है। कोरोना की दूसरी लहर के समय यूरोप, अमेरिका और खाड़ी के मुस्लिम देश सहित पूरी दुनिया भारत की मदद में एकजुट हो गई है।
ब्रिटेन से 495 आक्सीजन कंसंट्रेटर्स, सिंगापुर-आस्ट्रेलिया-अरब देशों से क्रायोजेनिक ऑक्सीजन सिलेंडर, पीपीई-किट और तरलीकृत आक्सीजन की बड़ी खेप आ रही है। अमेरिका कोविशील्ड उत्पादन के लिए तुरंत कच्चा माल देने जा रहा है और रूस आक्सीजन जेनरेटर देने के साथ रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी पूरी करने को तैयार हो गया है।