बिहार में वैक्सीन को लेकर एक बार फिर सियासत शुरू हो गई है। BJP के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने RJD से पूछा है कि लालू प्रसाद और राबड़ी देवी ने वैक्सीन क्यों नहीं लगवाई? उन्होंने कहा कि आपदा में राजनीति का अवसर खोजने वाले कांग्रेस-राजद जैसे विपक्षी दल भारतीय वैक्सीन की गुणवत्ता पर लगातार सवाल उठाने या इसका मजाक उड़ाने में लगे रहे। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण की गति तेज नहीं हो पाई। कोई इसे ” भाजपा का टीका ” कह रहा था, तो कोई प्रधानमंत्री को पहले कोवैक्सीन लगवाने की चुनौती दे रहा था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित अनेक अतिविशिष्ट लोगों ने टीका लगवाकर जनता में विश्वास पैदा किया। उन्होंने यह भी पूछा है कि RJD के कितने विधायकों ने वैक्सीन लगवाई? क्या RJD ग्रामीणों-गरीबों को टीकाकरण से दूर रख कर उनकी जिंदगी को खतरे में डालना चाहती है? RJD के वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने उन्हें जवाब दिया है कि मोदी जी बताएं कि उन्होंने अपने भाई को वैक्सीन लगवाई थी या नहीं? खुद भी लगवाई है या नहीं? JDU के एक नेता ने तो सोमवार को पहली वैक्सीन लगवाई है। कहा कि जो अपने भाई तक को नहीं बचा सके उससे किस तरह के बयान की उम्मीद की जा सकती है। लालू पुराण पढ़े बिना सुशील मोदी को नींद ही नहीं आती है। वे मनुवादी व्यवस्था के लोग हैं। लालू प्रसाद तो AIIMS में भर्ती रहे। सुशील मोदी वहां के डॉक्टर से पूछ लें कि उन्होंने वैक्सीन लगवाई कि नहीं।
उन्होंने कहा कि हम लोगों ने तो बहुत पहले ही वैक्सीन लगवा ली। लेकिन दिक्कत यह है कि सरकार के पास पर्याप्त वैक्सीन ही नहीं है और न ही टेस्टिंग की सही व्यवस्था। हमने डेढ़ करोड़ रुपए से हॉस्पिटल बनवाया था फुलवारी में, लेकिन वह बंद पड़ा है।
RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद ने सोशल मीडिया पर अपनी गुस्सा जाहिर किया है और कहा है कि महामारी और विपदा की इस घड़ी में जनता के प्रति इस सरकार का रवैया, आचरण. व्यवहार और कर्म एकदम निम्न से निम्न स्तर का है। इस सरकार का दिल और दिमाग एकदम पत्थर का है।