एसआईटी ने रीक्रिएट किया सीन, देखिए कैसे हुई थी लखनऊ की घटना
— October 3, 2018
लखनऊ में विवेक तिवारी हत्याकांड मामले में एसआईटी टीम ने विवेक की सहयोगी सना के साथ मौके वारदात का मुआयना किया. इस दौरान सना के बयान के आधार पर क्राइम सीन को फिर से रीक्रिएट किया गया. इस रीक्रिएशन से सबूतों और बयानों को मिलाया जायेगा.
चश्मदीद सना के बयान और घटनाक्रम के सिरे जोड़ते हुए जो बात सामने आती है. इसमें पता चला कि उस रात 1.39 बजे गोमतीनगर विस्तार में मकदूमपुर चौकी तरफ से विवेक तिवारी की गाड़ी शहीद पथ की तरफ बढ़ रही थी. एक मिनट बाद ही 1.40 पर विवेक की गाड़ी के सामने सिपाही प्रशांत और संदीप अचानक अपनी बाइक रोकते हैं. घबराकर विवेक वहां से निकलने की कोशिश करते हैं.
1.42 पर आरोपी सिपाही प्रशांत बीच सड़क पर खड़ा हो जाता है और विवेक की गाड़ी के सामने वाले शीशे पर गोली चला देता है. 1.45 लहूलुहान विवेक ने गाड़ी आगे बढ़ा दी और आगे जाकर उनकी गाड़ी शहीद पथ के अंडर पास के एक पिलर से टकरा जाती है.
इसके बाद बगल वाली सीट पर बैठी सना ने गाड़ी से उतरकर मदद के लिए गुहार लगाई. निष्कर्ष ये निकला कि सिपाही प्रशांत ने बीच सड़क पर विवेक की गाड़ी के सामने से गोली चलाई थी. गोली चलाने की वजह जो स्पष्ट हुई, वह बस इतनी थी कि विवेक ने प्रशांत के इशारा करने पर गाड़ी नहीं रोकी थी.
बता दें कि विवेक तिवारी की मौत के मामले की चश्मदीद सना ने पहली बार सोमवार को चुप्पी तोड़ी. उसने मीडिया को घटना की पूरी कहानी बताई. सना ने बताया, “मैं घटना के वक्त विवेक के साथ ही गाड़ी में मौजूद थी. सर मुझे गाड़ी से घर छोड़ने जा रहे थे. रास्ते में सिपाही दिखाई दिए जो गुस्से में थे. इसलिए गाड़ी रोकना सही नहीं लग रहा था. हमारी कार सिपाहियों से टच भी नहीं हुई थी, हम लोगों की पुलिस के साथ कोई बहस भी नहीं हुई थी.”
Leave a reply